- 1997 में यूपी बोर्ड से 10वीं पास की
- 1999 में यूपी बोर्ड से 12वीं पास की
- 2002 में एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय से बी.ए. की डिग्री प्राप्त की
- 2004 में देव संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार से एम.ए. (योग) की डिग्री प्राप्त की
- 2010 में एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय से एम.ए. की डिग्री प्राप्त की
- 2007 में अखिल भारतीय प्राकृत चिकित्सा योग परिषद, नई दिल्ली से नेचुरोपैथी में डिप्लोमा प्राप्त किया
- 2008 में देव संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार से पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की
विवरण:
योग शिक्षा
विवरण:
- 15 दिसम्बर 2000 को देव प्रयाग (गढ़वाल) में आयोजित अंतर विश्वविद्यालय योग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक
- 30 दिसम्बर 2001 को पं. एल.एम.एस. सरकारी पी.जी. कॉलेज ऋषिकेश में आयोजित अंतर विश्वविद्यालय योग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक
- 07 जून 2003 को गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय योग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक (व्यक्तिगत)
- उत्तरांचल राज्य योग संघ 3rd राज्य योग चैम्पियनशिप-2004 में स्वर्ण पदक
- स्थान: देव संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार
- उत्तरांचल राज्य योग संघ राज्य योग चैम्पियनशिप-2006 में स्वर्ण पदक
- स्थान: श्री जयराम आश्रम, ऋषिकेश
- 06 में भारतीय योग महासंघ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय योग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक (व्यक्तिगत)
- 10 सितंबर 2006 को मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योगाश्रम, सहारनपुर उत्तर प्रदेश में आयोजित उत्तर क्षेत्र योग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक
विवरण:
ICCR द्वारा 2017 में बुडापेस्ट, हंगरी में योग एंबेसडर के रूप में सम्मानित
विवरण :
- 'योग के आधारभूत तत्व' नामक पुस्तक में प्रकाशित यूनिट, जो देव संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के लिए बनाई गई थी। वर्ष 2008
- 25 से अधिक यूनिट्स प्रकाशित की गईं, जो उत्तराखंड ओपन विश्वविद्यालय, हल्द्वानी, उत्तराखंड द्वारा योग विभाग के तहत दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के लिए विकसित की गई थी। वर्ष 2016, ISBN NO. 978-93-84813-13-0; 978-93-84813-14-7 और 978-93-84813-67-3
- 'गायत्री साधना का आत्महीनता पर प्रभाव' पत्र प्रकाशित, 'देव संस्कृत इंटरडिसिप्लिनरी इंटरनेशनल जर्नल' में, ISSN: 2279-0578, वर्ष 2021
- 'महामृतुंजय मंत्र का आत्महीनता और अवसाद पर प्रभाव' पत्र प्रकाशित, 'इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ योगा एंड एलाइड साइंसेज' जर्नल में, ISSN: 2278-5159, वॉल्यूम: 6, इशू: 1; पृष्ठ: 47-49, जनवरी-जून 2017
- 'गायत्री मंत्र साधना का अवसाद भाव पर प्रभाव' प्रकाशित, 'गुजरात रिसर्च सोसाइटी' जर्नल में, ISSN: 0374:8588, वॉल्यूम LXII, पृष्ठ: 92-97, जनवरी-जून 2017
- 'भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में श्रीमद्भगवद्गीता का योगदान' पत्र प्रकाशित, 'भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगियों की भूमिका' पुस्तक में, गुरुकुल कांगरी विश्वविद्यालय, हरिद्वार। पृष्ठ: 92-102, ISBN 978-93-91993-87-0, वर्ष 2023
- अनुसंधान परियोजना CO-PI के रूप में - 'दीर्घकालिक योग अभ्यास का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव और विद्यार्थियों के स्वायत्तिक कार्य के साथ इसका सहसंबंध' संस्थागत वित्तपोषण एजेंसी के साथ
- शर्मा, इंदु (2022)। मानसिक स्वास्थ्य के लिए पतंजलि योग दर्शन की भूमिका: क्रियायोग के विशेष संदर्भ में। भारत की गतिशील प्रवृत्तियों के आधार स्तंभ महान शिक्षक, दार्शनिक, साहित्यकार एवं महापुरुष, तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद, प्रथम संस्करण (पृष्ठ 95-106) ISBN 978-93-92-611-77-3
विवरण :
- दूसरी वार्षिक शैक्षिक सम्मेलन। स्थान: पं. एल.एम.एस. सरकारी पी.जी. कॉलेज, ऋषिकेश (उत्तराखंड), 01-02 मार्च 2006 पेपर प्रस्तुत किया 'महामृतुंजय मंत्र का अवसाद पर प्रभाव'
- 5वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और योग अनुसंधान शिक्षा एवं चिकित्सा में उन्नति। स्थान: कैवल्यधामा एस.एम.वाई.एम. समिति लोणावला, पुणे 28 से 31 दिसंबर 2006। पेपर प्रस्तुत किया 'महामृतुंजय मंत्र का समायोजन न्यूरोटिज्म पर प्रभाव'
- राष्ट्र्रीय सेमिनार भारतीय लोकतंत्र के प्रयोग पर। स्थान: सरकारी एम.बी.पी.जी. कॉलेज, हल्द्वानी, नैनीताल, 11 सितम्बर 2006
- अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार 'हृदय रोगों में प्राकृतिक चिकित्सा और योग का संभावित योगदान'। स्थान: इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन कौंशियसनेस एंड योगिक साइंसेज, लखनऊ विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, भारत, 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर 2006। पेपर प्रस्तुत किया 'स्वस्थ हृदय के लिए योगिक उपकरण'
- अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 'योग और स्वास्थ्य जागरूकता आधुनिक परिप्रेक्ष्य में'। स्थान: देव संस्कृत विश्वविद्यालय, शांतिकुंज, हरिद्वार, 23-25 मार्च 2007। पेपर प्रस्तुत किया 'महामृतुंजय मंत्र का चिंता पर प्रभाव'
- राष्ट्रीय योग सप्ताह मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, 12-16 मार्च 2007। पेपर प्रस्तुत किया 'महामृतुंजय मंत्र का ऑब्सेसिवनेस पर प्रभाव'
- तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद, शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 03 दिनों का राष्ट्रीय सम्मेलन और पेपर प्रस्तुत किया, 03-05 फरवरी 2022। पेपर प्रस्तुत किया 'मानसिक स्वास्थ्य के लिए पतंजलि योग दर्शन की भूमिका: क्रियायोग के विशेष संदर्भ में'
- तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद, शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 02 दिनों का राष्ट्रीय सम्मेलन और पेपर प्रस्तुत किया, 21-22 सितम्बर 2022। पेपर प्रस्तुत किया 'योग द्वारा व्यक्तित्व विकास: आत्मनिर्भर भारत का आधार'
विवरण :
- अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर
- स्थान: जम्मू विश्वविद्यालय, भारत (जम्मू और कश्मीर), 13-15 नवम्बर 2003
- अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, बैंगलोर
- स्थान: विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान (VYASA), 18-21 दिसम्बर 2003
- अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन प्राकृतिक चिकित्सा और डॉक्टरों के प्रबंधन प्रशिक्षक कार्यक्रम पर
- स्थान: साधना स्थली झिंझोली, हरियाणा, वर्ष 2004
- अंतर्राष्ट्रीय खेल सम्मेलन: '21वीं सदी में शारीरिक शिक्षा और खेल की अवधारणा'
- स्थान: गुरुकुल कांगरी विश्वविद्यालय, 29 अगस्त 2004
विवरण
2017 में ICCR द्वारा बुडापेस्ट, हंगरी में नियुक्ति पर यात्रा की